बस्ती : शहर से सटे जामडीह गांव के पूरब इटैली पांडेय में बसी नई कालोनी के नागरिकों,बुद्धिजीवियों और साहित्यप्रेमियों की बैठक हुई। इसमें आम सहमति से कालोनी का नाम आचार्य रामचंद्र शुक्ल नगर किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। नागरिकों ने इस आशय का पत्र जिलाधिकारी को देकर नगर पालिका और राजस्व अभिलेखों में दर्ज कराने की मांग की है।
पंकज त्रिपाठी, विनोद पाण्डेय, अशोक मिश्र, सोनू यादव, गोलू, अंकित त्रिपाठी, भोलानाथ चौधरी, अनिल, विकास शुक्ल ने एक स्वर से नई विकसित इस कालोनी का नाम आचार्य रामचंद्र शुक्ल नगर किए जाने की पुरजोर मांग की है। बताया बस्ती के अगौना गांव के आचार्य रामचंद्र शुक्ल बीसवीं शताब्दी में हिदी के प्रमुख साहित्यकार थे। हिदी में आलोचना का सूत्रपात उन्हीं के द्वारा किया गया। वे श्रेष्ठ और मौलिक निबंधकार थे। कालोनी और ग्रामवासी आचार्य शुक्ल की जयंती,पुण्यतिथि तथा अन्य जुड़ी साहित्यिक गतिविधियों को लेकर काफी जागरूक रहते हैं। नामकरण प्रस्ताव पर इन्होंने भी जताई सहमति
कालोनी के नामकरण प्रस्ताव को लेकर सबने सहमति जताई। धर्म राज मिश्र, विक्रमादित्य सिंह, अरुण शुक्ल, हरिराम पांडेय,मुकेश पांडेय,आचार्य जियाराम, राजेश श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार सिंह, कमलेश मिश्र, विवेकानंद शुक्ल, राज्य वर्धन सिंह, नीरज तिवारी, हिमांशु पांडेय, दिनेश चौधरी, इसरावती देवी, सुमन बाला पांडेय,अर्चना शुक्ल,निशा मिश्रा,नीतू पांडेय,रेनू सिंह, मंजू देवी, उमाशंकर पांडेय,अनिता,नीलम सिंह,दयाशंकर शुक्ल, सरयू शरण पांडेय ने कहा हमें गर्व है आचार्य राम चंद्र शुक्ल बस्ती के थे और हम उनके नाम से जुड़ी कालोनी में रहते हैं। बस्ती की पहचान है आचार्य शुक्ल
वरिष्ठ साहित्यकार अष्टभुजा शुक्ल ने कहा कि बस्ती की असाधारण विभूति पं. रामचंद्र शुक्ल के नाम पर कालोनी की पहचान होनी चाहिए। इससे हम सभी गौरवान्वित महसूस करेंगे। शुक्ल के नाम से ही पूरे देश में बस्ती की पहचान है। उन्होंने अपनी रचनाओं से समाज को हमेशा संदेश देने का कार्य किया है। उनकी स्मृतियों को सहेजने की जरूरत है। इससे शहर के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।